क्या ही सुनाये तुम्हे अपनी दास्तान
कुछ खुशियों के आँसू तो कुछ गमो की है खामोशियाँ
अब ज़िंदगी ने सब कुछ एक्सेप्ट कर लिया
अब ना किसी से शिकायते और ना ही नाराज़गिया
बस यूं ही चलते चलते कट जाएगी ज़िंदगी
कुछ लोग मिलेंगे कुछ छूटेंगे
पर ये ही एक तमन्ना हैं
की आखरी सफ़र में लोग बस ये ही याद करे की खो दिया एक अच्छा दोस्त और इंसान
- आकाश